
हर_युग में ज्योतिष में वर्णित 12 भावों से सम्बंधित पीड़ाएँ थीं और हर किसी को कमजोर ग्रह के काल में 12 वर्षों तक ग्रहों के दुष्प्रभाव को झेलना पड़ा… सतयुग में हरिश्चंद्र, त्रेता में राम, द्वापर में युद्धिष्ठिर इसके प्रमाण हैं… कलियुग में तो नाना प्रकार के कष्ट होने की बात धर्मग्रंथों में लिखी गयी है। आपको जब किसी प्रकार का कष्ट होता है, आप दौड़कर ज्योतिषी के पास जाते हैं… किस उम्मीद से जाते हैं? अगर समय की जानकारी के ख्याल से जाते हैं तो ठीक है, समय से उत्पन्न दुःख का निवारण समय ही करेगा… इस दुःख का निवारण कब तक होगा यह जानकारी चाहिए तो ठीक है, क्योंकि ज्योतिषी समय विशेषज्ञ होता है।
लेकिन अगर इस ख्याल से जाते हैं की ज्योतिषी किसी प्रकार के उपाय से, टोटके से, पूजा पाठ, यज्ञ याजन, रत्न धारण से आपका दुःख दूर कर देगा तो आप गलतफहमी में हैं… ज्योतिषी से अधिक उम्मीद न करें अन्यथा ठगे जाएंगे… सुख दुःख समय की रस्सी से गूँथा हुआ होता है, रस्सी सरकती जायेगी, सुख दुःख भी सरकता जाएगा… एक फिल्म की तरह हर दृश्य समय के साथ क्रमशः आते रहता है… फिल्म में एक साथ घृणा और प्रेम, हास्य और करुणा रस, सुख और दुःख नहीं आता है।
जीवन के बहुत सारे पहलू हैं, प्रत्येक का विशेषज्ञ ज्योतिषी नहीं हो सकता है… कल्पना करें:- एक ज्योतिषी का शरीर असाध्य रोग से ग्रस्त है, वह उसका इलाज रत्न धारण और यज्ञ याजन से नहीं करना चाहेगा… उस ज्योतिषी को रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाना ही पडेगा… अगर उसकी पुत्रवधु को संतान नहीं हो रहा है, तो सही कारणों का पता और समाधान के लिए डॉक्टर के पास ही जाना पड़ेगा क्योंकि शरीर से सम्बंधित किसी प्रकार के पेचीदगी की जानकारी डॉक्टर को है।
हाँ, ज्योतिषी समय विशेषज्ञ होने के कारण केवल इतना जान सकता है कि संतान प्राप्ति का योग कब है… अगर किसी पति पत्नी के बीच गंभीर मतभेद है, छत्तीस का आंकड़ा है, तलाक होने की नौबत आ गयी है तो उसका फैसला कोई न्यायाधीश ही करेगा।
कम मतभेद है तो कोई समाज शास्त्री बीच में दखल दे सकता है या कोई मनोवैज्ञानिक उनका काउंसलिंग कराकर सुलह करवा सकता है… हर विशेषज्ञ की अपनी भूमिका होती है… ज्योतिषी हर क्षेत्र का विशेषज्ञ नहीं हो सकता।
अगर किसी बुरे ग्रह की वजह से कुछ समय के लिए पति पत्नी में मतभेद हुआ है तो ज्योतिषी यह जरूर बता सकता है कि अमुक अवधि तक इस प्रकार का कष्ट रहेगा… ज्योतिषी किसी भाव से सम्बंधित कष्ट के प्रारम्भ, पराकाष्ठा और समाप्ति से सम्बंधित समय कि सुचना दे सकता है… कोई ज्योतिषी आधी रात को दिन के उजाले में परिवर्तित नहीं कर सकता है।
विज्ञान की जानकारी से पूर्व सूचना मिलती है… कई बार महासागर में उत्पन्न होनेवाले चक्रवाती तूफान की सूचना एक सप्ताह पूर्व मिल जाती है… अगर उस प्रदेश की जनता मौसम वैज्ञानिकों को कहे, इस तूफान से बचने का उपाय बताओ, अन्यथा तुम्हारी जानकारी देने का क्या फायदा?
तो मौसम विज्ञानी भी सोचता कि मै किन लोगों के फेर में पड गया… आने वाली मुसीबत की सूचना मिल गई, तो ईश्वर प्रदत्त अन्य धनात्मक शक्तियों का उपयोग करके मुसीबत से छुटकारा पाने का काम आपका है… आप अगर किसी से अधिक उम्मीद करेंगे तो कृपा बांटने वाले बहुत सारे सिद्ध पुरुष मिल जाएंगे और आप अवश्य ही ठगी के शिकार होंगे।
A K Singh (CHH)